मौसम में बदलाव होते ही सर्दी-जुकाम होना आम बात है। यह ऐसी आम बीमारी है, जो किसी को भी हो सकती है। अमूमन सर्दी-जुकाम कुछ दिनों में अपने आप ठीक हो जाता है, लेकिन कुछ मामलों में यह लंबे समय तक रह सकता है। इस स्थिति में कई लोग दवा लेते हैं, जिससे जुकाम ठीक तो हो जाता है, लेकिन उसके फिर से होने की आशंका बनी रहती है। कई बार तो जुकाम साइनस तक का कारण बन जाता है। ऐसे में अगर आप सर्दी जुकाम का इलाज घरेलू तरीकों से करते हैं, तो आपको जल्द राहत मिलेगी। साथ ही इसके फिर से होने की आशंका भी कम हो जाती है।
स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम इन्हीं घरेलू उपायों की बात करेंगे। साथ ही सर्दी-जुकाम होने के कारणों और लक्षणों के बारे में चर्चा करेंगे।
विषय सूची
शुरुआत हम इसके कारणों के साथ करते हैं।
सर्दी जुकाम के कारण – Causes of Common Cold in Hindi
- यह संक्रामक रोग है, जो कोरोना वायरस के कारण होता है (1)।
- संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से भी सर्दी-जुकाम हो सकता है।
- संक्रमित व्यक्ति के छींकने से हवा में फैले जीवाणुओं के संपर्क में आने से।
- प्रभावित व्यक्ति ने जिन चीजों को छुआ है, उन्हें छूने से भी सर्दी-जुकाम हो सकता है।
- मौसम में बदलाव होने पर भी कुछ लोगों को सर्दी-जुकाम हो सकता है।
- प्रतिरक्षा प्रणाली के कमजोर होने पर आप जल्द ही इस बीमारी की चपेट में आ सकते हैं।
- ठंड लगने या गीले होने पर भी सर्दी-जुकाम हो सकता है।
अब हम बता रहे हैं कि कैसे पता किया जाए कि आपको सर्दी-जुकाम है या नहीं।
सर्दी जुकाम के लक्षण – Symptoms of Common Cold in Hindi
- बार-बार छींक आना
- नाक बंद होना
- नाक का बहना
- कुछ भी सूंघने में दिक्कत
- आंखों से पानी निकलना
- गले में खराश
- खांसी
- सिरदर्द
- थकावट
- कंपकपी छूटना
- मांसपेशियों में दर्द
- भूख कम लगना
सर्दी-जुकाम होने पर बुखार भी हो सकता है, लेकिन ऐसा हर किसी को साथ नहीं होता। खासकर, बच्चों को इस अवस्था में बुखार हो जाता है। इस दौरान उनके शरीर का तापमान 100-102 फारेनहाइट तक हो सकता है (2)।
आइए, अब सर्दी जुकाम का इलाज करने में सक्षम घरेलू नुस्खों के बारे में जान लेते हैं।
सर्दी जुकाम के घरेलू इलाज – Home Remedies for Common Cold in Hindi
1. नमक वाले पानी से गरारे
सामग्री :
- एक गिलास गर्म पानी
- एक चम्मच नमक
प्रयोग की विधि :
- गर्म पानी में नमक मिलाकर उससे गरारे करें।
कितनी बार करें :
- जब तक आराम न मिले, तब तक दिन में दो बार इसे कर सकते हैं।
लाभ :
सर्दी जुकाम का इलाज नमक वाले पानी से गरारे करके किया जा सकता है। जुकाम होने पर गले में बेचैनी महसूस होती है। इस अवस्था में अगर गर्म पानी में नमक डालकर गरारे किए जाएं, तो गले की खराश कुछ हद तक कम हो सकती है। पानी से गले का सूखापन दूर होता है, जबकि नमक संक्रमण को ठीक करने में मदद करता है (3)। सर्दी जुकाम की दवा के तौर पर आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
2. सेंधा नमक
प्रक्रिया नंबर – 1
सामग्री :
- एक कप सेंधा नमक
- एक बाथ टब
- गर्म पानी
प्रयोग की विधि :
- हल्के गर्म पानी से बाथ टब को भर लें। पानी न तो ज्यादा गर्म हो और न ही कम।
- अब सेंधा नमक को इस पानी में डालकर अच्छी तरह मिक्स कर दें।
- इसके बाद आप इस पानी में कम से कम 20 मिनट के लिए बैठ जाएं।
प्रक्रिया नंबर – 2
सामग्री :
- ¼ कप सेंधा नमक
- एक बाल्टी
- गर्म पानी
प्रयोग की विधि :
- बाल्टी में पानी डालकर उसमें सेंधा नमक को मिक्स कर दें।
- अब बाल्टी में पैरों को डालकर थोड़ी देर के लिए बैठ जाएं।
कितनी बार करें :
- पूरी तरह राहत मिलने तक आप इस विधि का प्रयोग हर दूसरे दिन कर सकते हैं।
लाभ :
सर्दी-जुकाम में नाक बंद हो जाती है, जिस कारण सांस लेने में दिक्कत होती है। साथ ही पूरे शरीर में भी दर्द होता है। अगर आप इस अवस्था में सेंधा नमक मिले पानी का प्रयोग करते हैं, तो आपको काफी हद तक इन समस्याओं से राहत मिल सकती है। गर्म पानी और सेंधा नमक दोनों शरीर को डिटॉक्स करने व मांसपेशियों में आए खिंचाव से राहत दिलाने में मदद करते हैं (4)। सर्दी जुकाम का घरेलू उपचार करने के लिए आप इसे जरूर करें।
3. काली मिर्च
सामग्री :
- ½ चम्मच ताजी काली मिर्च का पाउडर
- एक गिलास हल्का गुनगुना पानी
प्रयोग की विधि :
- पानी में काली मिर्च के पाउडर को अच्छी तरह मिक्स कर लें। फिर इसे छान लें।
- अब इस मिश्रण को पी जाएं।
कितनी बार करें :
- दिन में कम से कम एक बार इसका सेवन कर सकते हैं। अगर तबीयत ज्यादा खराब है, तो कुछ घंटों के अंतराल में इसे लगातार पी सकते हैं।
लाभ :
पानी के साथ काली मिर्च का सेवन करने से गले में बलगम बनना कम हो जाता है। साथ ही बार-बार छींक आने की समस्या भी कुछ हद तक कम हो सकती है। इतना ही नहीं इस मिश्रण को पीने से गले में हो रहा दर्द कम हो सकता है। साथ ही खांसी से भी राहत मिलती है (5)। सर्दी जुकाम की दवा के तौर पर आप इसे इस्तेमाल कर सकते हैं।
4. अदरक
सामग्री :
- एक इंच लंबा अदरक का टुकड़ा
- एक कप गर्म पानी
- एक चम्मच शहद
प्रयोग की विधि :
- पहले अदरक को कूट लें और फिर कुछ मिनटों के लिए गर्म पानी में डालकर छोड़ दें।
- इसके बाद पानी को छानकर उसमें शहद डालकर मिक्स कर लें।
- अब इस अदरक की चाय का आनंद लें।
कितनी बार करें :
- पूरे दिन में दो-तीन कप अदरक की चाय पी जा सकती है।
लाभ :
जुकाम होने पर अदरक का सेवन करने से काफी आराम मिलता है। आयुर्वेद में भी इसे गुणकारी औषधि माना गया है। अदरक की चाय पीने से शरीर को गरमाहट मिलती है, जिससे सर्दी का असर कम होता है (6)। अदरक से बंद नाक को भी खोलने में आसानी होती है। अदरक में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण भी पाए जाते हैं (7)। अदरक को जुकाम का देसी इलाज माना गया है।
5. लहसुन
सामग्री :
- लहसुन की एक-दो कलियां
- एक चम्मच शहद
प्रयोग की विधि :
- लहसुन की कलियों को कुचल लें और उसमें शहद मिलाकर सेवन करें।
कितनी बार करें :
- दिन में कम से कम दो बार इसका सेवन करें।
लाभ :
इसमें कोई शक नहीं कि कई बीमारियों के इलाज में लहसुन का प्रयोग किया जा सकता है। कई वैज्ञानिक शोधों में इस बात की पुष्टि की गई है कि जुकाम को ठीक करने में लहसुन सक्षम है। इसमें एंटीमाइक्रोबियल और एंटीवायरल जैसे जरूरी तत्व होते हैं। इस कारण से यह जुकाम का कारण बनने वाले वायरस को खत्म करने में सक्षम है (8)। सर्दी जुकाम का घरेलू उपचार करने के लिए आप लहसुन का सेवन कर सकते हैं।
6. शहद
सामग्री :
- एक चम्मच कच्चा शहद
प्रयोग की विधि :
- आप शहद का सेवन ऐसे ही कर सकते हैं। इसके अलावा, रात को सोने से पहले एक गिलास दूध में शहद को मिक्स करके भी पी सकते हैं।
कितनी बार करें :
- आप रोज कम से कम दो बार शहद को खा सकते हैं।
लाभ :
शहद में एंटीवायरल, एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट जैसे कई गुण पाए जाते हैं। यह सर्दी-जुकाम से लड़ने और गले की खराश को ठीक करने में सक्षम है। इसका एंटीऑक्सीडेंट गुण इम्यून सिस्टम को बेहतर करता है और जुकाम का कारण बनने वाले वायरस को जड़ से मिटाने में मदद करता है (9)। बेहतर और जल्दी लाभ पाने के लिए आप कच्चे या फिर ऑर्गेनिक शहद का प्रयोग करें। जुकाम के घरेलू उपाय के तौर पर शहद का प्रयोग जरूर करें। इसे जुकाम का देसी इलाज माना गया है।
7. ग्रीन टी
सामग्री :
- एक ग्रीन टी बैग
- एक कप गर्म पानी
- शहद
- नींबू का रस
प्रयोग की विधि :
- ग्रीन टी बैग को कुछ देर के लिए गर्म पानी में डालकर छोड़ दें।
- बाद में इसमें स्वादानुसार शहद और नींबू का रस मिलाकर इसका सेवन करें।
कितनी बार करें :
- जुकाम होने पर दो-तीन कप दिनभर में पिए जा सकते हैं।
लाभ :
कई वैज्ञानिक अध्ययनों में कहा गया है कि जुकाम होने पर अगर गर्म पेय पदार्थ का सेवन किया जाए, तो काफी आराम मिलता है। थकावट, बंद नाक और गले में खराश कुछ हद तक ठीक होती है (10)। स्वास्थ्य के लिहाज से ग्रीन टी फायदेमंद है। जुकाम में भी इसे पीने से कई लाभ मिल सकते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा अधिक होती है, जिस कारण से ग्रीन टी जुकाम से उबरने में मदद कर सकती है (11)। सर्दी जुकाम का घरेलू उपचार करने लिए आप ग्रीन टी को आजमा कर देखें।
8. एसेंशियल ऑयल
प्रक्रिया नंबर – 1
सामग्री :
- पुदीने के तेल व नीलगिरी तेल की चार-पांच बूंदें
प्रयोग की विधि :
- इन दोनों तेल को आपस में मिक्स करें और छाती, गले व माथे पर लगाएं।
- जितनी देर संभव हो लगा रहने दें।
प्रक्रिया नंबर – 2
प्रयोग की विधि :
- आप इस तेल को गर्म पानी में डालकर स्टीम बाथ ले सकते हैं।
- इसके अलावा, गर्म पानी में एसेंशियल ऑयल को मिक्स करके उससे नहा भी सकते हैं।
- इतना ही नहीं डिफ्यूजर में इस तेल को डालकर कमरे में रख दें, ताकि तेल की सुगंध पूरे कमरे में फैल जाए। इससे भी आपको आराम मिलेगा।
कितनी बार करें :
- आप इस एसेंशियल ऑयल को अपने शरीर पर दिन में दो बार लगा सकते हैं।
लाभ :
एसेंशियल ऑयल का प्रयोग शरीर की मालिश करने के साथ-साथ जुकाम से राहत दिलाने में भी किया जाता है। जहां नीलगिरी का तेल बंद नाक से राहत दिलाता है, वहीं पुदीने का तेल कफ को कम करने में मदद करता है (12)। इसके अलावा, अजवाइन के तेल में एंटीवायरल गुण होता है, जो जुकाम का कारण बनने वाले वायरस को नष्ट करता है (13)। इन सभी तेलों की सुगंध तंत्रिका तंत्र को बेहतर करती है और राहत पहुंचाती है। जुकाम के घरेलू उपाय के तहत एसेंशियल ऑयल कारगर साबित हो सकते हैं। इसे भी जुकाम का देसी इलाज माना गया है।
9. काढ़ा
सामग्री :
- दो कप पानी
- एक-डेढ़ इंच लंबा अदरक का टुकड़ा
- काली मिर्च के दो दाने
- तुलसी की पांच-छह पत्तियां
- चार लौंग
- एक चम्मच शहद
प्रयोग की विधि :
- अदरक के टुकड़े, काली मिर्च के दानों, तुलसी की पत्तियों और लौंग को अच्छी तरह कूट लें।
- अब इसमें पानी डालकर उबालें। इसे तब तक उबालना है, जब तक कि पानी आधा न रह जाए।
- फिर इस मिश्रण को छानकर इसमें शहद मिलाएं और पिएं।
- पानी को छानने के बाद जो सामग्री बचे, बाद में उससे एक बार फिर काढ़ा बनाया जा सकता है।
कितनी बार करें :
- दिनभर में एक से दो कप पिए जा सकते हैं।
लाभ :
सर्दी-जुकाम के घरेलू इलाज के तौर पर काढ़े का इस्तेमाल सदियों से किया जा रहा है। यह काढ़ा पूरी तरह से आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से बनता है। यह सर्दी, खांसी व श्वसन नली से संबंधित कई समस्याओं को ठीक कर सकता है। इस काढ़े में इस्तेमाल की गईं जड़ी-बूटियों में एंटीवायरल गुण होता है, जिस कारण ये साइनस और विभिन्न तरह के वायरस को ठीक कर सकती हैं (14) (15)। जुकाम के घरेलू उपाय के तहत काढ़ा जरूर पीना चाहिए।
10. प्याज
सामग्री :
- एक लाल प्याज
- शहद
प्रयोग की विधि :
- प्याज को छिलकर उसे टुकड़ों में काट लें।
- अब प्याज के टुकड़ों पर इतना शहद डालें कि वो पूरे तरह से ढक जाएं।
- फिर इन्हें एयर टाइट डिब्बे में बंद करके रातभर के लिए रख दें।
- अगली सुबह इन प्याज के टुकड़ों को खाएं।
कितनी बार करें :
- हर रोज प्याज के एक-दो टुकड़े खाए जा सकते हैं। इसके बाद जरूरत महसूस होने पर ऊपर से शहद भी खा सकते हैं।
लाभ :
प्याज में एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं। इसके सेवन से गले व छाती में जमा बलगम शरीर से बाहर निकल जाता है। साथ ही वायरल इंफेक्शन के कारण श्वसन नलिका में आई सूजन भी ठीक हो सकती है (16)। अगर आप कारगर तरीके से जुकाम का उपचार करना चाहते हैं, तो यहां बताए गए तरीके के अनुसार प्याज का सेवन करें।
11. सूप
सामग्री :
- कोई भी वेजिटेबल या चिकन सूप
प्रयोग की विधि :
- आप या तो खुद से सब्जियां लाकर सूप बना सकते हैं या फिर बाजार में पैकेट मिलते हैं, जिनसे तुरंत सूप बनाया जा सकता है।
कितनी बार करें :
- आप जरूरत के अनुसार प्रतिदिन एक बाउल सूप ले सकते हैं।
लाभ :
जुकाम में सूप पीना अच्छा माना गया है। आप चाहे वेजिटेबल सूप पिएं या फिर चिकन सूप, यह आपकी पसंद पर निर्भर करता है। वैज्ञानिक शोध में पाया गया है कि सूप के सेवन से शरीर में जमा बलगम पतला हो जाता है और नाक के रास्ते बाहर निकल जाता है। साथ ही इसमें मौजूद पोषक तत्व आपकी ऊर्जा को कई गुना बढ़ा देते हैं (17)। सूप की मदद से जुकाम का उपचार किया जा सकता है।
12. दालचीनी
सामग्री :
- आधा चम्मच दालचीनी पाउडर
- एक चम्मच ऑर्गेनिक शहद
प्रयोग की विधि :
- दालचीनी पाउडर में शहद डालकर अच्छी तरह मिक्स कर लें।
- अब इसका सेवन करें।
कितनी बार करें :
- दिन में कम से कम दो बार सेवन करें।
लाभ :
दालचीनी में एंटीवायरल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इन गुणों के कारण ही यह सर्दी-जुकाम से राहत दिलाने में मदद करती है (18)।
13. मछली का तेल
सामग्री :
- मछली के तेल के सप्लीमेंट्स
प्रयोग की विधि :
- इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से पूछ लें।
कितनी बार करें :
- डॉक्टर की सलाह पर।
लाभ :
यह तेल ओमेगा-3 फैटी एसिड का प्रमुख स्रोत होता है, जो एंटी इंफ्लेमेटरी की तरह काम करता है। जब आप डॉक्टर की सलाह पर इस तेल के सप्लीमेंट्स लेते हैं, तो यह श्वसन तंत्रिका में आई रुकावट को दूर कर देता है। साथ ही सूजन को भी कम करता है (19)। मछली का तेल जुकाम का उपचार करने में सक्षम है।
14. हल्दी दूध
सामग्री :
- एक चम्मच हल्दी पाउडर
- एक गिलास गर्म दूध
प्रयोग की विधि :
- हल्दी पाउडर को गर्म दूध में अच्छी तरह मिक्स कर दें।
- सोने से पहले इस दूध का सेवन करें।
कितनी बार करें :
- जब तक जुकाम ठीक न हो जाए, हर रात इसका सेवन करें।
लाभ :
आयुर्वेद में हल्दी का प्रमुखता से उल्लेख किया गया है। इसमें एंटीबायोटिक और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। हल्दी वाला दूध पीने से जुकाम व खांसी में चमत्कारी तरीके से फायदा होता है (20)।
15. सेब का सिरका
सामग्री :
- एक चम्मच सेब का सिरका
- एक गिलास गर्म पानी
प्रयोग की विधि :
- सिरके को पानी में डालें और पिएं। आप स्वाद के लिए इसमें थोड़ा-सा कच्चा शहद भी मिला सकते हैं।
कितनी बार करें :
- दिन में करीब दो-तीन गिलास पी सकते हैं।
लाभ :
सेब का सिरका शरीर में पीएच स्तर को बेहतर करता है। साथ ही जुकाम का कारण बनने वाले वायरस को खत्म करने का काम करता है।
सर्दी-जुकाम होने पर आप घबराए नहीं, बल्कि संयम से काम लें। इसे बेहद आसानी से ठीक किया जा सकता है और वो भी कोई दवा खाए बिना। अगर आपको या आपकी जानकारी में किसी को जुकाम हो, तो यहां बताए गए घरेलू नुस्खों का प्रयोग करें। इसके अलावा, स्वस्थ, संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर भोजन का सेवन करें। अपनी डाइट में सब्जियों व फलों को जगह जरूर दें, ताकि आपका इम्यून सिस्टम बेहतर तरीके से काम कर सके। आपको यह लेख कैसा लगा, हमें नीचे दिए कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
सामान्य कोल्ड व चेस्ट कोल्ड में क्या अंतर है?
हर तरह का जुकाम वायर इंफेक्शन के कारण ही होता है। सामान्य कोल्ड नाक व गले को प्रभावित करता है। वहीं, चेस्ट कोल्ड में ब्रोन्कियल ट्यूब की दीवारों व फेफड़ों में सूजन आ जाती है। ब्रोन्कियल ट्यूब फेफड़ों से जुड़ी होती है और यह हवा ले जाने का काम करती है।
क्या सामान्य कोल्ड के लिए कोई वैक्सीन है?
नहीं, सामान्य कोल्ड के लिए कोई वैक्सीन नहीं है। जुकाम करीब 200 तरह के वायरल के कारण हो सकता है।
जुकाम वायरल इंफेक्शन के कारण होता है या फिर बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण?
जुकाम वायरल इंफेक्शन के कारण होता है।
सामान्य जुकाम को ठीक करने में एंटीबायोटिक असरकारक क्यों नहीं हैं?
एंटीबायोटिक बैक्टीरियल इंफेक्शन पर असर करती हैं। जैसा कि आप जान चुके हैं कि जुकाम वायरल इंफेक्शन के कारण होता है, तो ऐसे में एंटीबायोटिक खाने का कोई लाभ नहीं है।
जुकाम होने पर छींक क्यों आती है?
जब वायरस के कारण नाक की कोशिकाएं प्रभावित होती हैं, तो शरीर हिस्टामाइन नामक प्राकृतिक इंफ्लेमेशन का उत्पादन करता है। इस हिस्टामाइन के कारण ही रक्त कोशिकाएं लीक होती हैं, साथ ही अधिक बलगम का निर्माण होता है। इस कारण से नाक में खुजली व बेचैनी जैसी महसूस होती है और फिर छींक आती है।
क्या सामान्य जुकाम के कारण बुखार हो सकता है?
जुकाम के कारण बुखार हो ऐसा संभव नहीं है। बुखार, जुकाम के साथ नजर आने वाले अन्य लक्षणों के कारण हो सकता है। साथ ही बुखार हर किसी को हो, यह भी संभव नहीं है।
जब जुकाम होता है, तो संक्रमण कब तक रह सकता है?
जुकाम का असर करीब सात दिन तक रह सकता है। वहीं, बच्चों में यह अवधि दो हफ्ते की हो सकती है। इस दौरान यह वायरस आप से किसी अन्य को भी हो सकता है।
जुकाम होने के बाद बहती नाक कब तक ठीक हो सकती है?
आमतौर पर इसे ठीक होने में पांच-सात दिन लग जाते हैं।
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