कभी न कभी आपको भी गर्दन में दर्द की समस्या हुई होगी। वहीं, कुछ ऐसे होंगे, जो गर्दन में दर्द की समस्या से परेशान होंगे। यह ऐसा दर्द होता है, जो कई बार सहन के बाहर हो जाता है। ऐसे में वक्त रहते इसका सही इलाज करना जरूरी है। कई बार जब यह दर्द बढ़ जाता है, तो इसकी चपेट में सिर, हाथ व कंधा भी आ जाता है।
अगर आप भी गर्दन में दर्द के कारण परेशान हैं, तो यह लेख हम खास आपके लिए लेकर आए हैं। इस लेख में हम गर्दन दर्द का उपचार व गर्दन दर्द के लिए योग के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
विषय सूची
सबसे पहले हम यह जानते हैं कि गर्दन में दर्द किस वजह से होता है।
गर्दन में दर्द के कारण – Causes Of Neck Pain In Hindi
गलत अवस्था में सोना, तनाव, लंबे समय तक गर्दन झुकाए रहना और मुलायम गद्दे पर सोना गर्दन में दर्द होने के कारण हो सकते हैं। इसके अलावा, गर्दन पर चोट और मांसपेशियों में तनाव आज कई व्यक्तियों में गर्दन के दर्द का मूल कारण बन गया है। इसे ज्यादा बढ़ने से रोकने के लिए जरूरी है कि इसका शुरुआत में ही इलाज कर लिया जाए।
गर्दन में दर्द का उपचार करने के लिए कीरोप्रैक्टिक चिकित्सा बेहतरीन तरीका है। इसके अलावा, गर्दन में दर्द से राहत पाने के लिए आप घरेलू उपाय भी अपना सकते हैं।
गर्दन में दर्द से कैसे राहत पाएं – How To Relieve Neck Pain In Hindi
नीचे हम कुछ घरेलू उपाय बताने जा रहे हैं, जिनकी मदद से आप गर्दन में दर्द से राहत मिल सकती है –
1. गर्दन दर्द के लिए व्यायाम
व्यायाम गर्दन के दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है। व्यायाम और स्ट्रेचिंग करने से आपकी गर्दन लचीली और मजबूत होगी। पेट की मांसपेशियों में समस्या आने पर शरीर का ऊपरी हिस्सा पीछे की ओर मुड़ नहीं पाता, जिस कारण आपकी गर्दन आगे की ओर झुक सकती है। ऐसे में बेंट नी कर्ल जैसे व्यायाम पेट की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद करेंगे।
आप आसानी से यह व्यायाम करके गर्दन के दर्द में तुरंत आराम प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए आप नीचे दिए गए स्टेप्स करें :
- अपने सिर को आगे व पीछे की ओर झुकाएं और फिर दाईं व बाईं ओर झुकाएं।
- जब आपकी मांसपेशियों का तनाव कम हो जाए, तो अपने सिर को पूरी तरह दाईं ओर झुकाएं और फिर पूरी तरह बाईं ओर झुकाएं। इस दौरान थोड़ा दर्द हो सकता है, ऐसे में इसे आराम से करें।
- इस व्यायाम को कम से कम 20 बार दोहराएं।
- बेहतर परिणाम के लिए इस व्यायाम को हर कुछ घंटों में करते रहें।
2. गर्दन दर्द के लिए करें योग
तनाव लेने से मांसपेशियों में भी खिंचाव महसूस होता है। इसलिए, ध्यान दें कि आपको किस चीज से तनाव हो रहा है और उस कारण को दूर करने की कोशिश करें। इसके लिए आप ध्यान और योग के सहारे खुद को रिलैक्स करने की कोशिश करें। आप नीचे बताए गए योग अपना सकते हैं –
● भारद्वाजासन – यह गर्दन और कंधे के दर्द से राहत दिलाने में काफी कारगर आसन है।
● मर्जरासन – इसे अंग्रेजी में कैट पोज भी कहा जाता है। यह आसन आपकी रीढ़ की हड्डी और पीठ की मांसपेशियों में खिचाव लाएगा, जिससे गर्दन के दर्द में आराम मिलेगा।
● उत्तान शिशोसन – मर्जरासन की तरह इस योगासन को करने से भी आपकी रीढ़ की हड्डी में खिंचाव आएगा और गर्दन व सिर में रक्त संचार तेज होगा।
● बालासन – इसे चाइल्ड पोज भी कहा जाता है। इसमें बस आपको अपनी गर्दन और पीठ को स्ट्रेच करना है। इस आसन को आप अन्य आसन करने के दौरान आराम की अवस्था में आने के लिए करें।
● शवासन – शांत मन और शांत तन के साथ किया जाने वाला यह आसन भी तनाव दूर करने में मदद करता है।
3. गर्दन दर्द के लिए एसेंशियल ऑयल
सामग्री :
- पेपरमिंट ऑयल की कुछ बूंदें
- लैवेंडर ऑयल की कुछ बूंदें
- तुलसी का तेल
- सरू का तेल
- एक चम्मच जैतून का तेल
क्या करें?
- सभी एसेंशियल ऑयल को अच्छी तरह मिला लें।
- अब इस मिश्रित तेल की कुछ बूंदें गर्म जैतून के तेल में डालें।
- इस तेल से कुछ मिनट के लिए अपनी गर्दन की मालिश करें।
- आप चाहें तो इन तेल में से किसी एक तेल का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। इसे कैरियर ऑयल में मिलाना न भूलें।
ऐसा कब-कब करें?
इस प्रक्रिया को आप दिन में दो बार दोहराएं।
यह कैसे काम करता है?
पेपरमिंट मांसपेशियों को आराम पहुंचाता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होता है, जो सिरदर्द व शरीर दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है। वहीं, लैवेंडर ऑयल मस्तिष्क और मांसपेशियों को शांत करता है, जिससे शारीरिक और मानसिक तनाव दूर होता है (1)। तुलसी के तेल में प्राकृति रूप से एंटीस्पास्मोडिक और एनाल्जेसिक गुण होते हैं, जो गर्दन के दर्द को कम करने में मदद करते हैं (2)। सरू का तेल मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द को कम करता है। यह रक्त और लसीका परिसंचरण को भी उत्तेजित करता है (3)।
4. गर्दन में दर्द के लिए एक्यूपंक्चर

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एक्यूपंक्चर ऐसा तरीका है, जिसमें दर्द वाले स्थान पर छोटी-छोटी सुइयां लगाई जाती हैं। दर्द से राहत दिलाने के लिए इस तरीके को काफी अपनाया जाता है। जब शरीर के किसी भाग पर एक्यूपंक्चर किया जाता है, तो ब्लड सर्कुलेशन सुधरता है, जिससे दर्द से राहत मिलती है (4)। इसे कराने के लिए आप किसी एक्यूपंक्चर थैरेपिस्ट से संपर्क करें।
5. गर्दन में दर्द के लिए सेब का सिरका

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सामग्री :
- सेब का सिरका
- पेपर नैप्किन या टिशू
क्या करें?
- नैप्किन को सेब के सिरके में भिगोएं और गर्दन पर रखें।
- इसे एक घंटा गर्दन पर रखा रहने दें।
ऐसा कब-कब करें?
गर्दन में दर्द कम न होने तक इसे दिन में दो बार अपनी गर्दन पर लगाएं।
यह कैसे काम करता है?
गर्दन के दर्द के लिए सेब का सिरका बेहतरीन घरेलू उपाय है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण गर्दन की मांसपेशियों में तनाव कम कर दर्द से राहत दिलाते हैं (5)।
6. गर्दन दर्द का इलाज करने के लिए करें मालिश
सामग्री :
- जैतून, सरसों या नारियल का तेल
क्या करें?
- गर्म पानी से नहाकर शरीर को सुखा लें।
- किसी एक तेल को हल्का गर्म करके गर्दन की मालिश करें।
- इससे कुछ मिनट तक सर्कुलर मोशन में मालिश करें।
ऐसा कब-कब करें?
आप रोज सुबह ऐसा करें। आप दोपहर में एक बार फिर गर्दन की मालिश कर सकती हैं।
यह कैसे काम करता है?
मालिश किसी भी तरह के दर्द से राहत दिलाने में मदद करती है। दर्द वाले भाग पर अच्छी तरह मालिश करने से रक्त संचार दुरुस्त होता है (6)। इसके अलावा, मालिश से नींद भी अच्छी आती है।
सावधानी : अगर आपको ज्यादा दर्द है, तो प्रभावित भाग को न रगड़ें।
7. गर्दन में दर्द के लिए बर्फ
सामग्री :
- बर्फ के टुकड़े
- एक छोटा और मोटा तौलिया
या
- आइस पैक
क्या करें?
- तौलिये में बर्फ के टुकड़े रखें और इसे दर्द वाले भाग पर रखें।
- इसकी जगह आप आइस पैक को भी प्रभावित जगह पर रख सकते हैं।
- इन्हें कुछ मिनट तक दर्द वाले भाग पर रखे रहने दें।
ऐसा कब-कब करें?
आप दिन में तीन से चार बार इस प्रक्रिया को दोहराएं।
यह कैसे काम करता है?
बर्फ गर्दन की सूजन कम करने में मदद करती है। ठंडक से गर्दन के दर्द में राहत मिलेगी (7)।
8. गर्दन दर्द के लिए विटामिन
विटामिन्स शरीर को ठीक से काम करने में मदद करते हैं। जब शरीर से विटामिन्स कम होने लगते हैं, तो कई समस्याएं जन्म लेने लगती हैं। इन्हीं में से एक है शरीर में दर्द होना। अगर आप लगातार गर्दन के दर्द से जूझ रहे हैं, तो जरूरी विटामिन लेने से आपको राहत मिल सकती है।
- हड्डियों के विकास और स्वास्थ्य के लिए विटामिन-डी महत्वपूर्ण है। जब यह कम होने लगता है, तो शरीर के विभिन्न हिस्सों में खासतौर पर जोड़ों में दर्द होने लगता है (8)।
- विटामिन-बी कॉम्प्लेक्स एक प्राकृतिक एनाल्जेसिक एजेंट है। यह न्यूरोपैथिक और मस्कुलोस्केलेटल एरिया में हो रहे दर्द और सूजन को कम करता है (9)।
- विटामिन-सी एक एंटीनोसेप्टिव एजेंट है, जो दर्द कम करने में मदद करता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं, जो दर्द कम करते हैं (10)।
- मैग्नीशियम से भी मांसपेशियों को राहत मिलती है।
9. गर्दन दर्द का इलाज सेंधा नमक
सामग्री :
- एक-दो कप सेंधा नमक
- गुनगुना पानी
- एक बाथटब
क्या करें?
- बाथटब को तीन चौथाई गुनगुने पानी से भरें और इसमें सेंधा नमक मिलाएं।
- इस पानी में गर्दन तक 10-15 मिनट तक रहें।
ऐसा कब-कब करें?
इस प्रक्रिया को आप दिन में दो बार दोहराएं।
यह कैसे काम करता है?
सेंधा नमक गर्दन दर्द की दवा की तरह काम करता है। सेंधा नमक में सल्फेट और मैग्नीशियम होता है, जो शरीर में कई एंजाइमों को नियमित करने में मदद करता है। यह रक्त परिसंचरण को भी बढ़ाता है और मांसपेशियों के तनाव को कम करता है (11)।
10. गर्दन में दर्द के लिए नेक कॉलर
सामग्री :
- एक नेक कॉलर या ब्रेस
क्या करें?
- गर्दन दर्द को कम करने के लिए गर्दन के चारों ओर नेक कॉलर लपेटें।
- बीच-बीच में मांसपेशियों और गर्दन को खिंचाव देने के लिए इसे हटाते रहें।
ऐसा कब-कब करें?
जब भी जरूरत पड़े नेक कॉलर का इस्तेमाल करें।
यह कैसे काम करता है?
नेक कॉलर मुख्य रूप से गर्दन को सहारा देता है और सिर के भार को संभालने में मदद करता है। किसी तरह की चोट लगने पर नेक कॉलर गर्दन और हड्डी को एक सीध में रखने में मदद करता है। अगर आपको गर्दन में ज्यादा दर्द रहता है, तो आप काम के बीच में ब्रेक लेते रहें। ऑफिस में काम करने के दौरान हर एक घंटे में उठें और गर्दन को थोड़ा हिलाएं। इसके अलावा, अपने पोस्चर पर भी ध्यान दें। यह तरीका गर्दन में दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है। इसके अलावा, जंक फूड खाने से परहेज करें और अपने खानपान में हरी सब्जियां व फल शामिल करें। आपका ज्यादा वजन भी मांसपेशियों में खिंचाव पैदा करता है।
अपनी उन आदतों पर नजर बनाएं जो आपकी गर्दन की मांसपेशियों में तनाव पैदा करती हैं। क्या आप सिर झुकाकर शैंपू करते हैं?, क्या आप घंटों तक गर्दन टेढ़ी करके फोन पर बात करते रहते हैं? अगर ऐसा है, तो यह आदत तुरंत बदल लें। इससे गर्दन का दर्द बढ़ सकता है। इसके अलावा, आप ऊपर बताए गए घरेलू उपचार से भी गर्दन के दर्द से राहत पा सकते हैं।
भले ही यह दर्द काफी तकलीफ देता है, लेकिन अगर आप इसके मूल कारणों पर ध्यान देकर ऊपर बताए गए तरीके अपनाएंगे, तो गर्दन में दर्द से राहत पाने में आसानी होगी। इससे राहत पाने के लिए आपको गर्दन दर्द की दवा लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हम उम्मीद करते हैं कि ये तरीके आपके लिए कारगर साबित होंगे। इसके अलावा, अगर आपके पास अन्य तरीके भी हैं, तो नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में हमारे साथ जरूर शेयर करें।
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